लैपटॉप
खरीदते समय फीचरों के अलावा एक और चीज है जो काफी महत्वपूर्ण हैं वह है
बैटरी बैकप अगर लैपटॉप का बैटरी बैकप सही नहीं है तो इससे आपको काफी
परेशानी उठानी पड़ सकती है। इससे अलावा आपका काम भी प्रभावित हो सकता है।
आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देंगे जिन्हें अपनाकर आप अपने लैपटॉप की लाइफ
और बैटरी बैकप दोनों बढ़ा सकते हैं।
बैटरी बैकप बढाएं
लैपटॉप का प्रयोग करते समय लैपटॉप की स्क्रीन सबसे ज्यादा बैटरी बैकप कंज्यूम करती है, इसके लिए ध्यान रहे स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें आवश्यक्ता से अधिक स्क्रीन ब्राइटनेस ज्यादा पॉवर तो कंज्यूम करती ही है साथ में यह आपकी आखों के लिए भी घातक है साथ में लैपटॉप में दिए गए ब्लूटूथ, वाईफाई कनेक्शन की जरूरत न होने पर बंद कर दें हो सके तो माउस की जगह लैपटॉप पेड का प्रयोग करें ये सभी छोटी छोटी चीजें मिलकर काफी पॉवर कंज्यूम करती हैं।
लैपटॉप का प्रयोग करते समय लैपटॉप की स्क्रीन सबसे ज्यादा बैटरी बैकप कंज्यूम करती है, इसके लिए ध्यान रहे स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें आवश्यक्ता से अधिक स्क्रीन ब्राइटनेस ज्यादा पॉवर तो कंज्यूम करती ही है साथ में यह आपकी आखों के लिए भी घातक है साथ में लैपटॉप में दिए गए ब्लूटूथ, वाईफाई कनेक्शन की जरूरत न होने पर बंद कर दें हो सके तो माउस की जगह लैपटॉप पेड का प्रयोग करें ये सभी छोटी छोटी चीजें मिलकर काफी पॉवर कंज्यूम करती हैं।
लगातार लैपटॉप की बैटरी चार्ज न करें
अगर आपका लैपटॉप फुल चार्ज हो चुका है तो उसे चार्जिंग पोर्ट से हटा दें या पॉवर ऑफ कर दें, कभी भी चार्जिंग के बीच में लैपटॉप से पॉवर डिस्कनेक्ट न करें इससे लैपटॉप की बैटरी लाइफ कम होती है। इसके अलावा जब लैपटॉप में पॉवर 15 प्रतिशत तक कम हो जाए तभी उसे चार्ज करें क्योंकि मिडिल में लैपटॉप चार्ज करने से डिवाइस की होल्डिंग पॉवर कम हो जाती है।
अगर आपका लैपटॉप फुल चार्ज हो चुका है तो उसे चार्जिंग पोर्ट से हटा दें या पॉवर ऑफ कर दें, कभी भी चार्जिंग के बीच में लैपटॉप से पॉवर डिस्कनेक्ट न करें इससे लैपटॉप की बैटरी लाइफ कम होती है। इसके अलावा जब लैपटॉप में पॉवर 15 प्रतिशत तक कम हो जाए तभी उसे चार्ज करें क्योंकि मिडिल में लैपटॉप चार्ज करने से डिवाइस की होल्डिंग पॉवर कम हो जाती है।
लैपटॉप के आसपास का वातावरण ठंडा रखें
लैपटॉप का प्रयोग करते समय उसके आसपास का वातावरण ठंडा रहना चाहिए साथ में लैपटॉप के किनारें दिए गए विंड पैनल खूले रहें ऐसा न हो विंड पैनलों के सामने कोई अवरोध हो, इससे लैपटॉप और ज्यादा हीट करेगा। वैसे आजकल के लैपटॉप में एडवांस कूलिंग तकनीक दी जा रही है जिसकी वजह से वे ज्यादा हीट नहीं करते। हो सके तो कार में ज्यादा देर तक नोटबुक को न रखें जब आप कार में कहीं ट्रैवल कर रहें हो तभी लैपटॉप का प्रयोग करें क्योंकि बंद कार मेंअंदर का तापमान काफी अधिक रहता है।
लैपटॉप का प्रयोग करते समय उसके आसपास का वातावरण ठंडा रहना चाहिए साथ में लैपटॉप के किनारें दिए गए विंड पैनल खूले रहें ऐसा न हो विंड पैनलों के सामने कोई अवरोध हो, इससे लैपटॉप और ज्यादा हीट करेगा। वैसे आजकल के लैपटॉप में एडवांस कूलिंग तकनीक दी जा रही है जिसकी वजह से वे ज्यादा हीट नहीं करते। हो सके तो कार में ज्यादा देर तक नोटबुक को न रखें जब आप कार में कहीं ट्रैवल कर रहें हो तभी लैपटॉप का प्रयोग करें क्योंकि बंद कार मेंअंदर का तापमान काफी अधिक रहता है।
लैपटॉप बैटरी कब बदलें
आजकल ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में बैटरी दी जा रही है, नई डिवाइसेस में तो बैटरी बैकप से जुड़ी कोई प्रॉब्लम नहीं होती मगर समय के साथ्-साथ बैटरी की पॉवर कैपेसिटी कम होने लगती है। एक निश्चित समय बाद पूरानी बैटरी को तुरंत बदल दें इससे आपकी डिवाइस सेफ रहेंगी। क्योंकि कमजोर बैटरी कभी भी पॉवर कट कर सकती है जो आपके लैपटॉप के लिए नुकसानदायक है।
आजकल ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में बैटरी दी जा रही है, नई डिवाइसेस में तो बैटरी बैकप से जुड़ी कोई प्रॉब्लम नहीं होती मगर समय के साथ्-साथ बैटरी की पॉवर कैपेसिटी कम होने लगती है। एक निश्चित समय बाद पूरानी बैटरी को तुरंत बदल दें इससे आपकी डिवाइस सेफ रहेंगी। क्योंकि कमजोर बैटरी कभी भी पॉवर कट कर सकती है जो आपके लैपटॉप के लिए नुकसानदायक है।